Not known Factual Statements About Shodashi
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पद्माक्षी हेमवर्णा मुररिपुदयिता शेवधिः सम्पदां या
रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।
आस्थायास्त्र-वरोल्लसत्-कर-पयोजाताभिरध्यासितम् ।
In the context of electrical power, Tripura Sundari's magnificence is intertwined along with her toughness. She's not just the image of aesthetic perfection but additionally of sovereignty and conquer evil.
वर्गानुक्रमयोगेन यस्याख्योमाष्टकं स्थितम् ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥६॥
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
संरक्षार्थमुपागताऽभिरसकृन्नित्याभिधाभिर्मुदा ।
ह्रीङ्काराम्भोधिलक्ष्मीं हिमगिरितनयामीश्वरीमीश्वराणां
कर्तुं मूकमनर्गल-स्रवदित-द्राक्षादि-वाग्-वैभवं
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी कवच here स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari kavach
श्रीगुहान्वयसौवर्णदीपिका दिशतु श्रियम् ॥१७॥
वन्दे वाग्देवतां ध्यात्वा देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥१॥
स्थेमानं प्रापयन्ती निजगुणविभवैः सर्वथा व्याप्य विश्वम् ।